युवा उक्रांद की बड़ी पहल: सशक्त भू कानून और मूल निवास 1950 की मांग पर अमित शाह से वार्ता
देहरादून: आज उक्रांद युवा प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट ने केंद्रीय कार्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि आगामी 13 अक्टूबर को युवा उक्रांद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर मुलाकात कर उत्तराखंड में सशक्त भू कानून और 1950 के मूल निवास प्रमाणपत्र को लागू करने की मांग करेगा।
राजेंद्र बिष्ट ने कहा कि राज्य बनने के 24 साल बाद भी उत्तराखंड के मूल निवासी अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने राज्य की स्थापना के लिए हुए 42 शहीदों को याद करते हुए कहा कि यह एकमात्र राज्य है, जहां इतनी कुर्बानियों के बाद राज्य का गठन हुआ, लेकिन आज भी राज्य की जमीनों पर बाहरी पूंजीपतियों का कब्जा है और स्थानीय युवाओं के रोजगार के अधिकारों पर भी लगातार डाका डाला जा रहा है।
राज्य के युवाओं का रोजगार और पहचान खतरे में
बिष्ट ने हाल ही में हुए नीट की काउंसलिंग में बाहरी लोगों के प्रभुत्व को उदाहरण के तौर पर पेश किया और कहा कि यहां तक कि पहाड़ के क्षेत्रों में डाकियों की नियुक्ति भी बाहरी राज्यों से हो रही है। इससे राज्य की सांस्कृतिक पहचान पर भी खतरा मंडरा रहा है। उन्होंने राज्य में भूमि घोटालों का जिक्र करते हुए कहा कि चाय बागान भूमि घोटाला, हरियाली पट्टी घोटाला और कई अन्य वन भूमि पर बाहरी लोगों द्वारा कब्जा एक बड़ी समस्या बन गई है।
भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग
उन्होंने हरिद्वार, कोटद्वार और नैनीताल जैसे जिलों में बाहरी निवेशकों और भू माफियाओं द्वारा वन भूमि पर अवैध कब्जे की ओर इशारा किया। इन जमीनों को आवासीय और व्यावसायिक उपयोग के लिए बेचा जा रहा है, लेकिन सरकार की ओर से कोई निर्णायक कार्रवाई नहीं की गई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की केवल बयानबाजी की, जिन्होंने पर्यटन या उद्योग के नाम पर जमीनें लीं और उनका इस्तेमाल निजी संपत्तियों के निर्माण में किया, लेकिन धरातल पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
आगामी तांडव रैली की घोषणा
राजेंद्र बिष्ट ने कहा कि यदि सरकार इन अवैध कब्जों को खत्म कर वन भूमि को राज्य के अधीन वापस लाती है और भू माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाती है, तो यह राज्य के भू कानून को मजबूत करने में मददगार होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय दलों ने उत्तराखंड को कमजोर करने का काम किया है और अब युवा उक्रांद इस स्थिति को सुधारने के लिए संघर्ष करेगा।
बिष्ट ने घोषणा की कि 24 अक्टूबर को देहरादून में सशक्त भू कानून और मूल निवास 1950 की मांग को लेकर उक्रांद द्वारा “तांडव रैली” का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राज्य के सभी नागरिकों से भागीदारी की अपील की गई है।
प्रेस वार्ता में युवा उक्रांद के केंद्रीय महामंत्री बृज मोहन सजवाँण, केंद्रीय संगठन सचिव भोला दत्त चमोली, और जिला सचिव यशपाल नेगी समेत कई प्रमुख लोग उपस्थित थे।