
हरिद्वार: जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने मंगलवार को बहादराबाद क्षेत्र में ताबड़तोड़ छापेमारी कर सरकारी कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया, जिससे कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। निरीक्षण के दौरान कई अधिकारी और कर्मचारी अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए, जिस पर डीएम ने सख्त कार्रवाई के आदेश जारी किए। उन्होंने अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन रोकने और उनसे स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, बिना पूर्व सूचना के अवकाश पर गए कर्मचारियों को भी कड़ी फटकार लगाई गई।
विकास खंड कार्यालय में 9 कर्मचारी गायब
जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने सबसे पहले सुबह 10:10 बजे बहादराबाद स्थित विकास खंड कार्यालय का निरीक्षण किया। वहां पर 9 कर्मचारी ड्यूटी से गायब मिले, जिससे डीएम ने नाराजगी जताई और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया। इसके बाद, 10:26 बजे उन्होंने मृदा परीक्षण केंद्र का दौरा किया।
मृदा परीक्षण केंद्र में 5 कर्मचारी अनुपस्थित
मृदा परीक्षण केंद्र बहादराबाद में भी निरीक्षण के दौरान 5 कर्मचारी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए। इनमें से 3 कर्मचारियों के नाम बिना आवेदन के रजिस्टर में आकस्मिक और सीमित अवकाश के रूप में दर्ज थे। डीएम ने इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि बिना आवेदन पत्र के किसी भी कर्मचारी की अनुपस्थिति को अवकाश नहीं माना जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसा न हो और अनुपस्थिति को सीधे दर्ज किया जाए।
आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के साथ बिताया समय
इसके बाद डीएम कर्मेंद्र सिंह सुबह 10:53 बजे सलेमपुर स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे। वहां उन्होंने बच्चों के उपस्थिति रजिस्टर की जांच की और पाया कि 6 और 7 नवंबर की उपस्थिति कॉलम खाली थे। उन्होंने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी को नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान डीएम ने आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के साथ समय भी बिताया और उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में जानकारी ली।
विकास भवन में 10 कर्मचारी अनुपस्थित
मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने भी सुबह 10:15 बजे विकास भवन का औचक निरीक्षण किया। वहां 250 अधिकारियों और कर्मचारियों में से 10 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। सीडीओ ने इन कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी जारी की और संबंधित कार्यालय प्रमुखों को निर्देश दिए कि कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए।
जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने कहा कि कार्यालयों में अधिकारियों और कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए भविष्य में भी इस प्रकार के औचक निरीक्षण किए जाते रहेंगे।